सूचना और तकनीक से साकार हो सकते हैं बापू के अधूरे सपने !

विरासत यानी धरोहर को अगर आसान लहजे में बताना हो तो मैं कहूंगा कि ये एक बेशकीमती और  बहुत जल्दी नष्ट न होने वाला ऐसा खजाना है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौगाद के रूप में पहुंचता है। वैसे भी हर शख्स अपने निजी और पारिवारिक जिंदगी में विरासत की अहमीयत को बखूबी जानते…

ई-गवर्नेंस’ जरूरी, क्योंकि मशीनें रिश्वत नहीं माँगती

यूं तो 2014 आम चुनाव कई मायने में याद रखा जाएगा, उऩमें खास है सोशल मीडिया के सहारे सूचना और तकनीक का भरपूर इस्तेमाल। जिसकी वजह से देश के हर कोने में वोटिंग के

मार्गदर्शन के अभाव में उत्तर-पूर्वी राज्यों के युवाओं का पलायन

हमारे देश में कहीं एक और दूसरा देश बसता है, जिसमें चीनी संस्कृति की झलक, भारतीयता से लबरेज, बदला-बदला सा खानपान का अहसास कराता है। कुदरती खूबसूरती के बीच नदी में लिपटा दुनिया का सबसे लंबा द्वीप, पहाड़ियों पर सर्पीले रास्ते, दुनिया का सबसे नम स्थान, चाय के बाग इसमें और चार चांद लगा देते…

अब गांव की मिट्टी में भी घुलेंगे अंग्रेजी के ‘बोल’

यूं तो अकसर छोटे शहरों और गांवों में अंग्रेजी को लोग नजरंदाज कर देते हैं, जिसकी वजह से वह न शुद्ध अंग्रेजी बोल सकते हैं न वो लिख सकते हैं। आधुनिक भारत में अहम मौकों से महरूम होने की ये भी एक अहम वजह है। आज हमारे समाज में विशेष शैक्षिक संस्थानों तक किसी शख्स…

चुनाव के बहाने ही सही, नई तकनीक से रूबरू हो रहे हैं गांववाले

जहां देश भर में लोकसभा चुनाव की सर्गरमी तेज है, वहीं दूसरी तरफ घोषणाओं और वादों का पिटारा भी खुल चुका है।  लेकिन, हर बार की तरह इस बार भी किसी में विकास की कोई छटपटाहट नहीं है। अगर, इस चुनाव में कुछ नया है तो वो है सूचना और तकनीक का भरपूर इस्तेमाल। 9…

नजरे इनायत से महरूम जरदोजी, बोले-

देश भर में आम चुनाव की घोषणा होते ही माहौल बदला-बदला सा नजर आने लगा है। कहीं एक दूसरे को नीचा दिखाने की होड़ तो कहीं किसी खास समुदाय का हितैसी बताने की होड़। इसी होड़ में कहीं ऐसा गुमनाम इलाका भी है जहां के लोग चुनावी गहमागहमी से बेखबर हर रोज की तरह अभावों…

आईटी के क्रांति युग में अंग्रेजी बन सकती है सफलता की सीढ़ी

दुनिया भर में सूचना क्रांति को नई दिशा देने में भारत का जो  योगदान रहा है उसे देखते हुए दुनिया के लोगों में ये सोच बन गई  है कि भारत के ज्यादातर शिक्षित युवा आईटी के क्षेत्र में अच्छा-खासा ज्ञान रखते होंगे। हालांकि इसके पीछे सच्चाई कुछ और ही है। दरअसल सूचना प्रौद्योगिकी में भारत…

सूचना-संपन्न समाज निर्माण के लिए शैक्षिक-तकनीक पर तवज्जो जरूरी

ये बात सच है कि आज का समाज सूचना का समाज है। सूचना तकनीक ही एक ऐसाक्षेत्र है जिसमें भारत दुनिया के अग्रणी देशों के साथ क़दम से क़दम मिलाकर आगे बढ़ रहा है। आज भारत में करीब पांच करोड़ लोग ऑनलाइन हैं और और करीब सात करोड़ लोग किसी न किसी रूप में सर्च…