एनजीओ के डिजिटलीकरण से ही बढ़ सकती है विकास की रफ्तार

बापू ने एक बार गांवों के विकास में स्वयंसेवी प्रयासों की भूमिका को यह कहकर प्रोत्साहित किया था कि ‘राजनीतिक स्वतंत्रता के साथ-साथ सामाजिक दायित्व’ भी आवश्यक है।’ आज भले ही हम राजनीतिक स्वतंत्रता हासिल कर चुके हों, लेकिन विडंबना यही है कि परोपकार का जो काम कभी भारतीय समाज में नैतिक जिम्मेदारी समझ कर…

देश की प्रगति के लिए ‘बिमला देवी’ जैसी कई महिलाओं की जरूरत

भारत में नारी का स्थान हमारे शास्त्रो में तो बहुत अच्छा है, लेकिन, जहां तक मेरा अनुभव है, असल जिंदगी में  ये बिलकुल अलग है।  मैंने अपने आसपास ऐसी  कई महिलाओं को देखा है, जिन्हें अपने अधिकार तक नहीं पता है, उनकी पूरी जिंदगी  एक चार दिवारी में कैद हो कर रह गई है। उन्हें अपने घर के अलावा कुछ…

‘नॉलेज सोसायटी’ की ओर भारत के बढ़ते कदम

भारत ‘नॉलेज सोसायटी‘ बनने की तरफ बढ़ रहा है। इसी कड़ी में अब एजुकेशन रिफॉर्म की बात भी होने लगी है। ये हमारे लिए अच्छे संकेत तो जरूर हैं, लेकिन, भारत जैसे ग्लोबल कंट्री के युवाओं को ग्लोबल सिटीजन बनाने के लिए पहले जरूरी है कि सही शिक्षा के साथ साथ उन्हें मुख्यधारा से भी जोड़ा…

भारत चला इंडिया की ओर

आजादी मिली तो भारत अंग्रेजो से आजाद हुआ। देखते ही देखते भारत विकास की राह पर चल पड़ा। धीमी ही सही विकास की गाड़ी चल पडी मंजिल की ओर। गांवो और शहरों ने एक साथ चलना शुरू किया, लेकिन न जानें क्यों इस तेज रफ्तार दौड़ में गांव शहरों से पिछड़ गए। लेकिन, इन दिनों…

इंटरनेट पर पहरा नहीं, पहरेदार बनें साक्षर !

पूरे भारत में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अगर इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) और आईएमआरबी की रिपोर्ट मानें तो भारत में पिछले साल तक इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या 15 करोड़ पहुंच गई है। इसमें ग्रामीण भारत की बहुत बड़ी भूमिका है, जहां इंटरनेट…

चंदेरी की चमक से क्यों दूर रहें बुनकर !

वैसे तो अकसर मैं ‘समाज में सबसे नीचे’ फ्रेज का इस्तेमाल दुनिया के उन तबकों के लिये करता रहा हूं, जो 2 डॉलर प्रति दिन से भी कम पर गुजारा करते हैं। लेकिन, मध्य प्रदेश का एक छोटा सा कस्बा, जहां हर घर से हथकरघा चलने की आवाज सुनाई देती है। जहां एक ऐसी बेशकीमती…

इंफो हाइवे पर कैसे दौड़ेंगे गांववाले?

12 नवम्बर, दीवाली की आहट लिए वो जगमगाती शाम, जब पूरा देश इस रोशनी के पर्व को मनाने की तैयारी कर रहा था, मुझे अजमेर जिला के आराइं पंचायत भवन से एक फोन आया। उस फोन पर किसी ने कहा- क्या मैं आपसे स्काइप पर बात कर सकता हूं? ये मेरे लिए किसी हैरत से…