सूचना और तकनीक से साकार हो सकते हैं बापू के अधूरे सपने !

विरासत यानी धरोहर को अगर आसान लहजे में बताना हो तो मैं कहूंगा कि ये एक बेशकीमती और  बहुत जल्दी नष्ट न होने वाला ऐसा खजाना है, जो एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौगाद के रूप में पहुंचता है। वैसे भी हर शख्स अपने निजी और पारिवारिक जिंदगी में विरासत की अहमीयत को बखूबी जानते…